इंदौर।। मध्य प्रदेश में लोकायुक्त पुलिस द्वारा बुधवार को एक वन अधिकारी के यहां मारे गए छापे में करोड़ों की सम्पत्ति का खुलासा हुआ है।
गौरतलब है कि इंदौर के वन अधिकारी एन. के. व्यास के इंदौर, नीमच व राजस्थान में स्थित ठिकानों पर मारे गए छापे के दौरान उनके पास 10 करोड़ रुपये से अधिक की सम्पत्ति की जानकारी मिली है। छापे की कार्रवाई फिलहाल जारी है।
मिली जानकारी के अनुसार इंदौर में कार्यरत व्यास के पास ज्ञात स्रोत से अधिक की सम्पत्ति होने की शिकायत उज्जैन लोकायुक्त को मिली थी।
शिकायत के आधार पर लोकायुक्त पुलिस के तीन दलों ने व्यास के नीमच, इंदौर सहित राजस्थान के भीलवाड़ा स्थित ठिकानों पर एक साथ छापा मारा।
उज्जैन के लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक अरुण मिश्र ने आईएएनएस को बताया कि व्यास मूल रूप से नीमच में पदस्थ हैं, मगर इन दिनों इंदौर में संलग्न हैं। मिश्र ने बताया कि इन छापों के दौरान 172 एकड़ से अधिक कृषि भूमि, जेवरात, नकदी, दो मकान, कई दुकानों के कागजात और दो रिवाल्वर व दो बंदूकों के बारे में पता चला है।
मिश्र ने आगे बताया कि व्यास के यहां जो भी कागजात मिले हैं, उसके अनुसार सम्पत्ति की अनुमानित कीमत 10 करोड़ रुपये से अधिक है। छापे की कार्रवाई फिलहाल जारी है। कार्रवाई पूरी होने पर ही सम्पत्ति के बारे में सही जानकारी मिल पाएगी।
ज्ञात हो कि लोकायुक्त पुलिस ने पिछले दिनों चपरासी से लेकर अधिकारियों तक के यहां छापे मारे थे। ये सभी कर्मचारी और अधिकारी करोड़ों के मालिक निकले थे।
राज्य में बढ़ते भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने विशेष न्यायालय विधेयक को अमल में लाया है। इस विधेयक के मुताबिक ज्ञात स्रोत से अधिक की सम्पत्ति जब्त किए जाने का प्रावधान है।