पटना।। राज्यों का पिछड़ापन तय करने के लिए बनी रघुराम राजन कमेटी की रिपोर्ट से उत्साहित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार से शुरू हुई एक मुहिम ने देश की राजनीति की दिशा बदल दी है। उन्होंने कमेटी की रिपोर्ट पर विशेष पहल करने के वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के बयान का स्वागत किया और बिहारवासियों को इसके लिए कोटि-कोटि बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह देश की नीतियों में आमूलचूल परिवर्तन का परिचायक है। पिछड़े राज्य के दर्द की कहानी को ले हम आगे बढ़े और हमें सफलता मिली है। नीतीश, गुरुवार को यहां संवाददाताओं से बात कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो रिपोर्ट आई है उससे बिहार अब आगे ज्यादा सहायता प्राप्त कर सकेगा। अब हमारे साथ अन्याय या भेदभाव नहीं हो सकेगा। हमने जो लड़ाई आरंभ की, उसका राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव पड़ा है। बिहार समेत सभी पिछड़े राज्यों को इस लाभ मिलेगा।
नीतीश कुमार संध्या चार बजे जदयू कार्यालय पहुंचे जहां ढोल-बाजे और पटाखों से उत्साह जैसा माहौल था। मुख्यमंत्री के अनुसार- ''वित्त मंत्री चिदंबरम ने अपने बयान में कहा है कि पिछड़े राज्यों को अधिक 'फंड' और 'अटेनशन' मिलेगा। रिपोर्ट का अध्ययन कर उचित कार्रवाई करेंगे।'' हम चाहते हैं कि जितनी जल्द हो सके बिहार एवं अन्य पिछड़े राज्यों के लिए यह पहल हो। केंद्र सरकार ने प्रति व्यक्ति उपभोग को एक पैमाना माना है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस रिपोर्ट को वित्त मंत्री के बयान के साथ सार्वजनिक किया गया है। प्रधानमंत्री ने भी इस पर अपनी मुहर लगाते हुए वित्त मंत्रालय को आगे की कार्रवाई का निर्देश दिया है।
नीतीश ने कहा कि विशेष दर्जा के लिए हमने निरंतर अभियान चलाया है। 1.18 करोड़ बिहारवासियों के हस्ताक्षर के साथ प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा, जिसके बाद केंद्र सरकार ने अंतरमंत्रालयी समूह का गठन किया। परन्तु अंतरमंत्रालयी समूह ने हमारी मांग को यह कह खारिज कर दिया कि बिहार विशेष दर्जा के लिए निर्धारित मापदंड पर खरा नहीं उतरता। हमने अपना अभियान जारी रखते मापदंड बदलने पर जोर दिया। पटना के गांधी मैदान में रैली के बाद दिल्ली के रामलीला मैदान में रैली की। तब हमारी मांग पर विचार करते हुए केंद्र सरकार ने रघुराम राजन की अध्यक्षता में यह कमेटी गठित की जिसमें बिहार के भी एक अर्थशास्त्री शैबाल गुप्ता को शामिल किया गया। यह हमारे सिद्धांत की जीत है।
'रंग बदलने के माहिर हैं सुमो' : मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशील कुमार मोदी रंग बदलने के माहिर हैं। अभी वह जहां हैं, वहां अपनी जगह बनाने में लगे हैं। मुख्यमंत्री से पूछा गया था कि पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी इसे 'खोदा पहाड़ निकली चुहिया' की संज्ञा दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके बारे में मुझसे कुछ पूछते हैं। लेकिन, मुझे क्षमा कर दीजिए। मुझे तो तरस आता है। अगर गठबंधन टूटा नहीं होता तो सबसे पहले अभी उछल कर वही बोलते। लेकिन वह अभी जहां हैं, वहां अपनी जगह बनाने के लिए ऐसा कह रहे हैं।
राजद सुप्रीमो बोले : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता को बेवकूफ बना रहे हैं। ठग रहे हैं। रघुराम राजन कमिटी के एजेंडे में विशेष राज्य का दर्जा शामिल नहीं था। कमिटी का गठन तो राज्यों के कंपोजिट विकास इंडेक्स तैयार करने के लिए हुआ था। इसके बावजूद मुख्यमंत्री विशेष राज्य का दर्जा मिलने की बात कर जश्न मना रहे हैं, तो उन पर तरस आती है।
सुमो का बयान : रघुराम राजन की रिपोर्ट, 'खोदा पहाड़, निकली चुहिया' वाली कहावत को चरितार्थ करती है। इससे बिहार को कुछ नहीं मिलेगा। पता नहीं क्यों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस रिपोर्ट का स्वागत कर रहे हैं। इसमें स्वागत करने के लिए कुछ भी नहीं है। नीतीश कुमार कहते रहे हैं कि विशेष राज्य का दर्जा से कम उन्हें कुछ भी मंजूर नहीं है। वे अब अपना स्टैंड बदल रहे हैं।