पटना।। भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ मुहिम को धार देते हुए केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआइ) की एंटी करप्शन टीम ने बीएसएनएल के इंजीनियर को शिकंजे में लिया। टीम ने बुधवार को पटना व समस्तीपुर के तीन अलग- अलग ठिकानों पर छापेमारी की। लगभग 1.25 करोड़ रुपये की आय से अधिक संपत्ति मामले पर सीबीआइ की यह कार्रवाई बीएसएनएल, पटना के टेलीफोन (मोबाइल) विभाग के डिवीजनल इंजीनियर राकेश कुमार के ठिकानों पर हुई। छापेमारी में टीम के छह दस्ते दिन भर इंजीनियर के ठिकानों पर अलग- अलग दस्तावेज समेत बैंक अकाउंट, निवेश आदि के कागजात खंगालते रहे।
सीबीआइ, एंटी करप्शन शाखा के डीआइजी विजय कुमार सिंह ने बताया कि इंजीनियर के खिलाफ पूर्व में शिकायत दर्ज करायी गयी थी। इसी आधार पर शाखा में इनके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोध अधिनियम की संबंधित धारा लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज की गयी और छापेमारी को अंजाम दिया जा रहा है। इनके खिलाफ लगभग 1.25 करोड़ रुपये की चल- अचल संपत्ति होने का पता चला है। कार्रवाई पूरी होने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि इन्होंने अपने भ्रष्ट आचरण से असल में कितनी राशि की चल- अचल संपत्ति अर्जित की है।
मिले निवेश के कई कागजात
टीम को कार्रवाई के दौरान कई अहम दस्तावेज भी मिले। इसके तहत 12 अलग- अलग बैंक के अकाउंट, एक बैंक लाकर, निवेश के कई कागजात समेत 36 विभिन्न जमीन के रजिस्ट्री के दस्तावेज भी बरामद किये गये। सीबीआइ अधिकारियों ने सभी कागजात को जब्त कर लिया है। बरामद किये गये सारे बैंक अकाउंट व बैंक लाकर को फ्रीज कर दिया गया है। छापेमारी की कार्रवाई देर शाम तक चली, जो गुरुवार को भी जारी रहेगी।